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सच के साथ देने वाला ही पत्रकार समाज का असली आईना होता है-राहुल खान्ना, वरिष्ठ पत्रकार

" एक पत्रकार के पावर को तुम क्या जानो ........... "


सिने आजकल / सिहेक्ट मीडिया भागलपुर बिहार - पत्रकारिता का मतलब पारदर्शिता होता है , मौत को गले लगाकर इंसाफ के लिए लड़ने वाला ही सच्चा पत्रकार होता है , समाज की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाना और सरकार के भावनाओं को समाज तक पहुंचाना ही पत्रकार का दायित्व होता है, हर समाज और हर क्षेत्र की परिभाषा अलग अलग होती है , जो काम राजनेता कर सकता है वो काम व्यापारी नहीं कर सकत , जो काम व्यापारी कर सकता है वो काम पुलिस नहीं कर सकती , जो काम पुलिस कर सकती है वो काम वकील नहीं कर सकता , जो काम वकील कर सकता है वो काम खेलाड़ी नहीं कर सकता , जो काम खिलाड़ी कर सकता है वह काम फिल्म अभिनेता नहीं कर सकता , लेकिन एक पत्रकार में ही ऐसी विशेषताएं होती है कि वह हर प्रकार के कार्यों को कर सकता है, हर किसी के दुःख तकलीफ़ में पत्रकार मदद कर सकता है , नेताओं का मंच पत्रकारों के वजह से खूबसूरत होता है , नेताओं की आवाज पत्रकारों की वजह से देश दुनिया और समाज तक पहुंचती है , करप्शन घोटाला भ्रष्टाचार रेप बलात्कार लुटपाट हत्या घोटाला जैसै गंभीर अपराधिक मामलों को ऊजागर करने में पत्रकारों की अहंम भुमिका होती है , वो काम जो कोई नहीं कर सकता है वैसे कार्यों को करने के लिए पत्रकार अपनी जान की बाजी तक लगा देता है लेकिन उसे क्या मिलता है..? । ना सर है ना सरकार है , हर जगह से हारने वाले लोगों के लिए बस एक सहारा ही है पत्रकार , इंशान के साथ कोई ना इंसाफ़ी होती है तो अंत में वह पत्रकार के पास ही जाता है और न्याय दिलवाने की उम्मीद करता है , पत्रकारों को ख़ुशी तब होती है जब पीड़ित लोगों को न्याय मिलता है , अब आप ख़ुद अंदाजा लगा सकते है की जो जिगर पत्रकारों में है वो किसी और में कहां , किसी के साथ भी अन्याय होता हो चाहे वो देश के बहुत बड़े राज नेता हो, बहुत बड़े उद्योग पति हो , कितने भी बड़े क़ानून के रखवाले हो , देश का नाम रोशन करने वाले महान पुरुष हो ये जब हर जगह से लोग थक हार जाते है तब न्याय के लिए पत्रकारों के पासा ही जाते है, ग़लत आरोपियों की पैरवी किये बिना , एक भी रूपया लिये बिना किसी को न्याय दिलाने की लड़ाई एक पत्रकार ही लड़ता है , नेता , वकील , संत, व्यापार , पुलिस की तरह समाज का एक अहंम अंग होता है पत्रकार । पत्रकार हर क्षेत्र के लोगो की क़दर करता है , ग़लत को ग़लत और सही को सही कहने की ताक़त सिर्फ पत्रकार में है । अरबों पति को जीरो और जीरो को हीरो बनाने की ताक़त पत्रकार में होती है । हर क्षेत्र को न्याय दिलाने में अव्वल भूमिका निभाने वाले पत्रकारों की भूमिका को नमन है । समाज का ये अनमोल अंग हमेशा अनमोल था और अनमोल रहेगा !

सी मीडिया व 009 की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट / इंडियन काउंसिल ऑफ प्रेस प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया बिहार !

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