सिने आजकल/सिहेक्ट मीडिया आरा। पटेल बस पड़ाव आरा स्थित भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच पर तीन दिनों से चल रहे भिखारी ठाकुर लोकोत्सव के 24 वें संस्करण का भव्य समापन 18 दिसंबर को हुआ। इस संकल्प के साथ हुआ कि मातृभाषा भोजपुरी के सम्मान और संवर्धन के उद्देश्य से निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। इसके लिए भोजपुरी संयुक्त संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया। जिसकी कोर कमिटी में विभिन्न क्षेत्रों के भोजपुरी सेवियों को शामिल किया गया। जिनमें रांची से नवीन सिंह, डॉ अजय ओझा, गोरखपुर से नंदलाल मणि त्रिपाठी, देवरिया से जनार्दन सिंह, छपरा से उमाशंकर साहू, बक्सर से राजेश कुमार, रोहतास से स्यंदन सुमन, आरा से पत्रकार नरेंद्र सिंह, सोहित सिन्हा, पप्पू सिंह प्रमुख हैं। समापन दिवस के उद्घाटन सत्र की शुरुआत महापौर इंदु देवी, साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मियों नवीन सिंह, प्रीति सिंह, जनार्दन मिश्र, अंकिता पंडित, देवीदयाल राम, श्याम नारायण शर्मा, प्रो किरण कुमारी, वाल्मीकि शर्मा कयामुद्दीन अंसारी, सांसद प्रतिनिधि दिलराज प्रीतम व अन्य द्वारा दीप जलाकर हुई। भोजपुरी की संवैधानिक मान्यता के सवाल पर अतिथियों ने विचार रखे। सांसद प्रतिनिधि ने सांसद सुदामा प्रसाद का शुभकामना संदेश पढ़ा तथा संसद के सत्र में भोजपुरी से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के आग्रह पर दिलराज प्रीतम ने कहा कि भोजपुरी में पत्र व्यवहार करने के लिए राजधानी दिल्ली में एक बॉक्स लगाया जाएगा। भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान का भिखारी ठाकुर स्मृति सम्मान सांसद सुदामा प्रसाद को भोजपुरी के लिए किए जा रहे संकल्प के लिए दिया गया। विशेष सम्मान गोरखपुर की लोकगायिका अंकिता पंडित, रंगकर्मी शशिनाथ त्रिवेदी सम्मान रंगकर्मी अंबुज कुमार, समकालीन तापमान पत्रकारिता सम्मान युवा पत्रकार बंटी भारद्वाज, साहित्यकार मधुकर सिंह स्मृति सम्मान कवि जनार्दन मिश्र, पद्मश्री उस्ताद बिस्मिल्ला खां स्मृति सम्मान नवीन सिंह, कवयित्री उर्मिला कौल स्मृति सम्मान डॉ रेणु मिश्र, बाबू शत्रुंजय प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान डॉ जया जैन, भोजपुरी सेवक सम्मान गीतकार कवि राज कवि, रंगकर्मी रंजन यादव, समाजसेवी कृष्ण प्रताप सिंह, फिल्म अभिनेता रामेश्वर, भोजपुरी शोध छात्र सोहित सिन्हा तथा व्यास कमलेश व्यास और उनकी टीम को दिया गया।
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शिव भजन व भिखारी ठाकुर गीत पर झूमे लोग
आज के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भोजपुरी लोक गायकी के सत्र में गोरखपुर से आई अंकिता पंडित ने शिव भजन और अलचारी सुनाया। कमलेश व्यास ने भिखारी ठाकुर रचित गीत और देवी पचरा गाकर सुनाया। दर्शकों और आगंतुक अतिथियों की विशेष फरमाइश पर भी कलाकारों ने भावविभोर करने वाले गीत प्रस्तुत किए।
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वर्ष 2025 में लोकोत्सव की रजत जयंती, कवि शैलेन्द्र स्मारक के लिए मिला आश्वासन
आयोजन सचिव रवि कुमार सूरज ने कहा कि अगले साल 2025 में लोकोत्सव का 25 वां रजत जयंती भव्य तरीके से होगा। जिसमें विदेशों से भी अतिथि आयेंगे। इसके अलावा स्मारिका का पुनर्प्रकाशन भी होगा। मंच से सांसद प्रतिनिधि दिलराज प्रीतम ने अध्यक्ष नरेंद्र सिंह के आग्रह पर कवि शैलेन्द्र की स्मृति में स्मारक के लिए सांसद द्वारा हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। जिसके लिए भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान प्रस्ताव भेजेगा। युवा पत्रकार बंटी भारद्वाज ने अपने पिताजी और लोककलाकार मुक्तेश्वर उपाध्याय को स्मृति में स्थानीय बस पड़ाव पर भिखारी ठाकुर स्मृति द्वार बनवाने की घोषणा की। अंत में आरा नगर निगम में भिखारी ठाकुर की भव्य पेंटिंग लगवाने के लिए महापौर इंदु देवी को धन्यवाद देते हुए सम्मानित किया गया। सी मीडिया से कमलेश कुमार पांडेय की रिपोर्ट
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