सिने आजकल/सिहेक्ट मीडिया बखोरापुर भोजपुर बिहार--
प्रखंड अंतर्गत बखोरापुर मंदिर प्रांगण में जय मां काली बखोरापुर वाली मंदिर का स्थापना दिवस तथा प्रथम शिक्षा निदेशक स्वर्गीय द्वारिका बाबू की जयंती समारोह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। जिसकी चर्चा पूरे बिहार ही नहीं पूरे भारत में हो रही है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2 अप्रैल को मां काली बखोरापुर वाली के दरबार में कार्यक्रम का उद्घाटन आचार्य पंडितों के द्वारा मंत्रो उच्चारण के बीच पूर्व एमएलसी लाल दास राय एवं मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष बीडी सिंह ने फीता काटकर किया।
इस दौरान 251 अतिथियों को मंच का संचालन कर रहे तथा मंदिर ट्रस्ट के मुख्य संरक्षक सुनील सिंह गोपाल एवं मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा ने माता का चुनरी तथा बुके देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ख्याति प्राप्त तबला वादक अंजनी सिंह अपने पूरे म्यूजिशियन ग्रुप के साथ जबरदस्त तरीके से अपना प्रदर्शन दिखाया। जागरण कार्यक्रम का शुभारंभ जियालाल ठाकुर ने पारंपरिक भजन गाकर किया। वही कलाकारों का जमघट इस तरह से लगा हुआ था की एक-एक ही भजन गाने का मौका सभी को मिला। कलाकारों में भोजपुरी सम्राट विष्णु ओझा, सोनी पांडे, रजनीश शाक्य, चंदन यादव, विनय तिवारी, समरेश चौबे ,खुशबू शर्मा, दीपक तिवारी, एवं जियालाल ठाकुर, सहित पूरे भारत के कोने-कोने से आए कलाकारों ने अपनी-अपनी गायकी से उपस्थित सभी श्रोताओं व गण्यमान लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सुनील सिंह गोपाल ने कहा कि 2 अप्रैल को प्रतिवर्ष भारत के कोने-कोने से राष्ट्रीय स्तर के कलाकार बाखोरापुर काली मंदिर के दरबार में स्थापना दिवस के अवसर पर अपने स्वेच्छा से आकर अपनी गायकी से पूरे क्षेत्र के लोगों का मनोरंजन तथा मनमंजन करते हैं। हमारे लिए बड़े गर्व की बात यह है कि किसी भी कलाकार को याद तक दिलाना नहीं पड़ता है। कब-कब कौन सा कार्यक्रम है। इस भाग दौड़ की जिंदगी में लोग खुद बाखोरापुर काली मंदिर प्रांगण में होने वाले कार्यक्रमों को याद रखते हैं और मौके पर समय से आकर माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगाते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रिंस कुमार, सुजीत कुमार, रामनाथ चौरसिया, जितेंद्र सिंह, सत्येंद्र सिंह, रवि शंकर सिंह, कमलेश सिंह, विनय सिंह, अमरजीत सिंह, धंजी सिंह, एवं बच्चा दुबे सहित अन्य लोगों की भी सराहनीय भूमिका रही।
सी मीडिया बखोरापुर भोजपुर से अश्वनी कुमार पिन्टू
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